ध्यान रखने योग्य बातें।
ध्यान रखने योग्य कुछ बातें
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शक्तिपात दीक्षा के लिए सर्वप्रथम गुरुदेव श्री रामलालजी सियाग की दिव्य वाणी में संजीवनी मंत्र को सुनना अनिवार्य है। उनकी आवाज में सुने बिना मंत्र का प्रभाव नहीं होता है।
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संजीवनी मंत्र का सघन मानसिक जाप बहुत जरुरी है। गुरुदेव कहते हैं कि साधक को इस मंत्र का जाप चौबीसों घण्टे करना है- नहाते, खाना खाते, घुमते-फिरते, ड्राइव करते वगैरह वगैरह ।
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मंत्र जाप बिना होठ और जीभ हिलाये (मानसिक) करना है।
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ध्यान खाली पेट करना है।
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ध्यान किसी भी दिशा में मुँह करके कर सकते हैं।
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ध्यान के समय सदगुरुदेव श्री रामलाल जी सियाग के चित्र को अपने आज्ञाचक्र पर केन्द्रित करते हुए संजीवनी मंत्र का मानसिक रूप से जाप करना है (बिना होठ-जीभ हिलाए)।
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गुरुदेव सियाग सिद्ध योग की ध्यान और मंत्र जाप की विधि अपनाते हुए किसी भी और मंत्र का जाप न करें।
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ध्यान केवल पंद्रह मिनट का ही करना है।
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गुरुदेव सियाग सिद्ध योग को अपनाने के लिए आपको अपना धर्म छोड़ने की आवश्यकता नहीं है।
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गुरुदेव सियाग सिद्धयोग को अपनाने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में परिवर्तन करने की भी जरुरत नहीं है। गुरुदेव कहते हैं की आपको वस्तुएँ छोड़ने की आवश्यकता नहीं है , वस्तुएँ आपको खुद छोड़ जाएँगी।